ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
येदियुरप्पा ने कहा- 2007 में जेडीएस के साथ शासन चलाने का अनुभव काफी खराब रहा था
‘लोकसभा चुनाव में 26 सीट हारने के बाद जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन जनता का भरोसा खो चुका’
बेंगलुरु. लोकसभा चुनाव के बाद कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन टूटने के कयास लगाए जा रहे थे। इस बीच कर्नाटक भाजपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम (भाजपा) राज्य में जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाने नहीं जा रहे। हम चाहते हैं कि फिर से चुनाव हों।
येदियुरप्पा ने साफ किया कि जेडीएस की मदद से सरकार बनाना असंभव है। एचडी कुमारस्वामी की अगुआई में 20-20 डील के तहत शासन चलाने का अनुभव काफी खराब रहा था। मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करना चाहता। 2007 में भाजपा और जेडीएस में 20-20 महीने सत्ता चलाने के लिए समझौता हुआ था। तब 20 महीने सरकार चलाने के बाद कुमारस्वामी ने पद से हटने से मना कर दिया था। इसके बाद भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
‘हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं’
येदियुरप्पा ने कहा- हम नए विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हैं। पार्टी के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। लोकसभा चुनाव में 26 सीट हारने के बाद जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन जनता का भरोसा खो चुका है। अगर इसके बाद भी गठबंधन सरकार चलती रहती है तो यह लोगों के मत के खिलाफ होगा।
येदियुरप्पा ने यह भी आरोप लगाया कि गठबंधन के दोनों धड़े (कांग्रेस और जेडीएस) जनता की समस्याएं सुलझाने की बजाय सत्ता में बने रहने की कवायद में ही जुटे हुए हैं। एक जून को होनी वाली बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी।
‘सुमनलता का स्वागत’
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा सुमनलता अंबरीश का स्वागत करेगी, इस पर येदियुरप्पा ने कहा- अगर वे पार्टी में शामिल होना चाहें तो उनका स्वागत है। लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार सुमनलता ने मांड्या सीट से जेडीएस उम्मीदवार और कुमारस्वामी के बेटे निखिल को हराया था। जेडीएस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा भी तुमकुर सीट से हार गए थे।
टेक्नोक्रेट्स के समूह ने 100% पर्चियों के मिलान की मांग की थी
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- जनप्रतिनिधियों को चुनने की राह में हम आड़े नहीं आएंगे
विपक्षी दल चुनाव आयोग से मिलकर 50% पर्चियों के मिलान की मांग करेंगे
कुमारस्वामी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ नहीं होंगे, ऐन मौके पर दिल्ली दौरा रद्द किया
नई दिल्ली. एग्जिट पोल्स के नतीजों में एनडीए को बहुमत मिलता देख विपक्षी दल ईवीएम पर सवाल उठाने लगे हैं। वे 50% ईवीएम और वीवीपैट की पर्चियों के मिलान की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में 20 विपक्षी दलों के नेता आज दोपहर बाद चुनाव आयोग से मिलेंगे। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने 100% ईवीएम और वीवीपैट पर्चियों के मिलान की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा कि वह जनप्रतिनिधियों को चुनने की राह में हम आड़े नहीं आएगा। यह याचिका कुछ टेक्नोक्रेट्स ने लगाई थी।
उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने ऐन मौके पर दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है। पहले वे भी विपक्षी नेताओं के साथ चुनाव आयोग से मिलने वाले थे। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी पार्टी जेडीएस की ओर से विपक्षी नेताओं के समूह में कोई शामिल होगा या नहीं।
अफजाल अंसारी के आरोप चुनाव आयोग ने खारिज किए
उत्तरप्रदेश के गाजीपुर से गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी की ओर से ईवीएम की सुरक्षा पर उठाए गए सवालों को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया। आयोग ने कहा है कि ईवीएम-वीवीपैट को पार्टियों के सामने सील किया गया। इसकी वीडियोग्राफी कराई गई। स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर सीसीटीवी लगे हैं। सीएपीएफ के जवान तैनात हैं। ऐसे में सभी आरोप आधारहीन हैं। इससे पहले सोमवार रात अफजाल ने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए गाजीपुर में स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर हंगामा किया और धरने पर बैठ गए। इस सीट पर बाबुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल का केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा से मुकाबला है।
एनडीए को बहुमत मिलने का अनुमान
लोकसभा चुनाव के 10 में से नौ एग्जिट पोल्स ने एनडीए को स्पष्ट बहुमत दिया है। 18 मई को भी नायडू ने चुनाव आयोग से ईवीएम की जगह वीवीपैट से गिनती कराने की मांग की थी। उनके अलावा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आप नेता संजय सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी एग्जिट पोल और ईवीएम पर सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि उनकी भी इंदिरा गांधी की तरह ही हत्या की जा सकती है। केजरीवाल ने एक न्यूज पेपर को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। केजरी ने कहा कि मेरे निजी सुरक्षाकर्मी भाजपा और केंद्र सरकार को रिपोर्ट करते हैं और ऐसे में किसी भी पल मेरी हत्या की जा सकती है।
मेरा पीएसओ भाजपा सरकार को रिपोर्ट करता है- केजरी
इंटरव्यू में केजरी ने कहा- मेरे आसपास जो भी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, वे भाजपा सरकार को रिपोर्ट करते हैं। मेरा निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) भी भाजपा सरकार को रिपोर्ट करता है। हो सकता है कि मेरे निजी सुरक्षा अधिकारी का इस्तेमाल करते हुए ठीक उसी तरह मेरी हत्या करवा दी जाए, जैसे इंदिरा गांधी का करवाई गई थी। भाजपा मेरी हत्या करवा सकती है। मेरी जिंदगी दो मिनट में खत्म हो सकती है।
दिल्ली पुलिस ने आरोपों को नकारा
केजरीवाल के आरोपों को दिल्ली पुलिस ने नकार दिया। दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा- दिल्ली के मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात हमारे जवान अपने कर्तव्यों के प्रति ईमानदार और समर्पित हैं। हमारी यूनिट कई राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं को सुरक्षा प्रदान कर रही है।
चुनाव प्रचार के दौरान केजरी को मारा गया था थप्पड़
दिल्ली के मोती नगर में प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल को एक युवक ने थप्पड़ मार दिया था। युवक ने केजरी की गाड़ी पर चढ़कर उन्हें थप्पड़ मारा था। आप ने इसे भाजपा की साजिश बताया था। आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की सुरक्षा मोदी सरकार के अधीन है लेकिन केजरीवाल का जीवन सबसे असुरक्षित है। बार-बार हमला और फिर पुलिस का रोना, क्या इसके पीछे साजिश है? हिम्मत है तो सामने आकर वार करो दूसरों को हथियार बनाकर नहीं।
मोदी का प्रचार अभियान 28 मार्च को मेरठ से शुरू हुआ, 17 मई को खरगोन में खत्म
प्रचार अभियान में मोदी के 4 रोड शो हुए, आखिरी दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस ने शामिल हुए
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50 दिन के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान में 142 रैलियां कीं। इस दौरान उनका ज्यादा फोकस उत्तरप्रदेश, बंगाल और ओडिशा की 143 सीटों पर रहा। यहां मोदी ने 54 यानी (40%) जनसभाएं कीं। 28 मार्च को उत्तरप्रदेश के मेरठ से शुरू हुआ उनका प्रचार अभियान 17 मई को मध्यप्रदेश के खरगोन में खत्म हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री ने चार रोड शो किए। अभियान के आखिरी दिन शुक्रवार को मोदी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल हुए।
प्रदेश रैली
उत्तरप्रदेश 29
पश्चिम बंगाल 17
ओडिशा 8
पिछले चुनावों में भाजपा ने उत्तरप्रदेश की 80 सीटों में से 71 पर जीत दर्ज की थी। हालांकि, बंगाल में उसे 42 में से सिर्फ 2 और ओडिशा की 21 में से सिर्फ एक सीट मिली थी।
बंगाल-ओडिशा के सहारे 300 पार पहुंचने की रणनीति: भाजपा नेता
पार्टी के एक शीर्ष नेता ने न्यूज एजेंसी से कहा कि मोदी ने सपा-बसपा और रालोद के गठबंधन को टक्कर देने के लिए अपना सबसे ज्यादा फोकस उत्तरप्रदेश पर रखा। क्योंकि पार्टी को लग रहा था कि यहां 2014 की कामयाबी को दोहराना इस बार मुश्किल है। पार्टी ने बंगाल और ओडिशा के सहारे 300 सीटों के लक्ष्य को पार करने की रणनीति पर काम किया। इस बार यूपी में 60 सीट मिलने का भरोसा है।
बंगाल-ओडिशा से 30 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था
भाजपा नेता के मुताबिक, पार्टी की मंशा है कि बंगाल में प्रचार आक्रमक हो ताकि मतों का ध्रुवीकरण हो सके। बंगाल और ओडिशा में राह आसान करने के लिए संघ के वरिष्ठ नेताओं ने मदद की। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में पार्टी को झटका लगने पर बंगाल और ओडिशा में ज्यादा ताकत लगाई। पार्टी ने दोनों राज्यों से कम से कम 30 सीट जीतने का लक्ष्य रखा था।
छह राज्यों की 196 सीटों के लिए 50 रैलियां
नरेंद्र मोदी ने प्रचार अभियान में बिहार, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और गुजरात को भी महत्व दिया। 196 सीटों वाले इन छह राज्यों में 50 रैलियां कीं। पिछले चुनाव में यहां अकेले भाजपा को 150 और सहयोगी दलों की मदद से 167 सीटें मिली थीं। पार्टी ने गुजरात (26) और राजस्थान (25) में क्लीन स्वीप किया था। मध्यप्रदेश की 29 में से 27 और कर्नाटक की 28 में से 17 पर जीत हासिल की थी।
पूर्वोत्तर में भी मोदी की 8 रैलियां
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्यों में 8, झारखंड में 4, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में 3-3, तेलंगाना, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, आंध्रप्रदेश, जम्मू-कश्मीर और केरल में 2-2 रैलियां कीं। जबकि दिल्ली और गोवा में एक-एक रैली की।
शाह की बंगाल में आज तीन रैलियां थीं, जाधवपुर में हेलिकॉप्टर उतारने की इजाजत न मिलने की वजह से सभा रद्द
भाजपा अध्यक्ष ने कहा- जाधवपुर ममता के भतीजे की सीट, उन्हें डर है, कहीं तख्त पलट न जाए
ममता सरकार ने पहले भी भाजपा को रथ यात्रा की इजाजत नहीं दी थी, लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुंची
कोलकाता. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को प.बंगाल के जॉय नगर में जनसभा की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य सरकार पर निशाना साधा। शाह ने कहा, "ममता दीदी कहती हैं कि बंगाल में जय श्रीराम नहीं बोल सकते। मैं इस मंच से जय श्रीराम बोल रहा हूं और यहां से कोलकाता जाने वाला हूं। ममता दीदी हिम्मत हो तो गिरफ्तार कर लेना।''
शाह की बंगाल में आज तीन रैलियां होनी थीं। लेकिन ममता सरकार ने अमित शाह को जाधवपुर में रैली करने की इजाजत नहीं दी। भाजपा सूत्रों ने बताया कि तृणमूल सरकार ने पार्टी अध्यक्ष के हेलिकॉप्टर को उतारने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया। इसके चलते रैली रद्द करनी पड़ी।
ममता के भतीजे की सीट पर नहीं मिली रैली की इजाजत- शाह
जाधवपुर में रैली रद्द होने पर शाह ने कहा- मेरी यहां तीन रैलियां होनी थीं। जयनगर में तो आ गया मगर दूसरी जगह ममता दीदी के भतीजे की सीट थी। वहां पर हमारे जाने से ममताजी डरती हैं कि भाजपा वाले इकट्ठे होंगे तो भतीजे का तख्त उल्टा हो जाएगा। इसलिए उन्होंने सभा की इजाजत नहीं दी।
'ममता राज में दुर्गा पूजा की अनुमति तक नहीं मिलती'
भाजपा अध्यक्ष ने कहा- बंगाल की जनता ने तय किया है कि इस बार 23 से ज्यादा सीटें हमारे नेता मोदीजी की झोली में डालने जा रहे हैं। ममता दीदी के राज में दुर्गा पूजा की अनुमति नहीं मिलती, सरस्वती पूजा करने पर उनके गुंडे मारपीट करते हैं। 23 मई को जो मतगणना होने वाली है। 19 मई को ममता का तख्त पलट दीजिए। मैं गारंटी देता हूं कि भाजपा यहां ऐसा माहौल बनाएगी कि पूरे बंगाल में शान के साथ फिर से दुर्गा पूजा हो सकेगी।
चुनाव आयोग बंगाल में मूक दर्शक- भाजपा
भाजपा सांसद अनिल बलूनी कहा कि चुनाव आयोग तृणमूल सरकार के अलोकतांत्रिक फैसलों को लेकर मूक दर्शक बना हुआ है। भाजपा राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। 19 मई को आखिरी चरण में बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है।
ममता सरकार ने शाह की रथ यात्रा पर भी लगाई थी रोक
ममता सरकार ने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के लिए भाजपा की रथ यात्रा की मंजूरी नहीं दी थी। इसे लेकर दोनों पार्टियां सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी हेलिकॉप्टर लैंडिंग की मंजूरी नहीं मिली थी। इसके बाद योगी सड़क के रास्ते सभा करने बंगाल गए थे।
युवा नेता प्रियंका की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
ममता की फोटो को फोटोशॉप के जरिए मीम बनाकर शेयर करने वाली भाजपा कार्यकर्ता प्रियंका शर्मा की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा। न्यायिक हिरासत में भेजी गईं प्रियंका ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। असम के भाजपा नेता हेमंत बिस्व शर्मा ने कहा कि भाजपा की युवा नेता की गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की आजादी का हनन बताया। दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर प्रियंका के समर्थन में #Isupportpriyankasharma कैंपेन चल रहा है। यूजर ममता के मीम को अपनी डीपी बना रहे हैं।
शिवराज सिंह ने कहा- कमलनाथजी अपने सलाहकार बदलें, ये आपकी लुटिया डुबा देंगे
भोपाल. मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी पर सियासत गर्म है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने परिवार के सदस्यों के कर्ज माफ होने के दावे को खारिज कर दिया है। एक दिन पहले ही बुधवार को ग्वालियर की चुनावी सभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि शिवराज के भाई रोहित सिंह और सगे चाचा के बेटे निरंजन सिंह का भी कर्ज माफ हुआ है इसके बाद भी वे सरकार पर सवाल उठा रहे हैं।
चौहान ने कहा है कि राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ किसान कर्जमाफी मामले में अभी भी गुमराह कर रहे हैं। राहुल सूची दिखा रहे थे कि मेरे भाई रोहित चौहान का कर्जा माफ हुआ है। मैंने हकीकत जाननी चाही तो पता चला कि मेरे भाई ने कर्जमाफी का आवेदन ही नहीं किया था।
शिवराज ने कर्जमाफी की सूची दिखाते हुए कहा कि इसमें मेरे भाई रोहित के नाम के आगे लिखा है- आयकरदाता। अगले कॉलम में लिखा है कि कर्जमाफी के लिए कोई आवेदन नहीं किया। कमलनाथ बताएं कि उन्होंने कैसे कर्जमाफ कर दिया। आखिर मेरे ऊपर इतनी मेहरबानी क्यों?
किसान कर्जमाफी कांग्रेस सरकार का झूठ
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अब तक किसानों का कर्जमाफ नहीं किया। उल्टा मुझे आई ड्रॉप, बादाम, च्यवनप्राश भेजा, ताकि मैं देख सकूं कि कितने किसानों का कर्जमाफ हुआ है। शिवराज ने कहा कि किसान कर्जमाफी कांग्रेस सरकार का झूठ है। वे प्रदेश के किसानों को मूर्ख समझते हैं, जब तक बैंक किसानों को कर्जमाफी का प्रमाण पत्र नहीं देता तब तक कर्जमाफी नहीं मानी जाती। उन्होंने कमलनाथ को मशविरा भी दिया। कहा- कमलनाथजी अपने सलाहकार बदल लें, ये आपकी लुटिया डुबा देंगे।
शिवराज ने कांग्रेस को वापस भेजा च्यवनप्राश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवराज च्यवनप्राश लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा- बुधवार को कांग्रेस ने मेरे घर बाबा रामदेव का च्यवनप्राश भेजा है। इसका मतलब कांग्रेस की पूरी श्रद्धा बाबा रामदेव के साथ है। शिवराज ने भाजपा नेताओं से कहा कि ये सब सामान कांग्रेस नेताओं को देकर आएं और उनसे कहें कि ये कमलनाथ और राहुल गांधी तक पहुंचाएं।
मोदी ने कहा- दीदी! चिटफंड घोटाला करने वालों को भी थप्पड़ मारने का दम दिखाया होता
प्रधानमंत्री ने कहा- पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ किया गया विश्वासघात दीदी को ले डूबेगा
कोलकाता. कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के बांकुरा और पुरुलिया में जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा कि मैं तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दीदी कहकर आदर देता हूं। वह मुझे थप्पड़ मारना चाहती हैं तो वह भी खा लूंगा। यह मेरे लिए आशीर्वाद होगा। ममता ने 7 मई को पुरुलिया में कहा था कि पैसा मेरे लिए मायने नहीं रखता। वे (मोदी) यहां आकर मेरी पार्टी पर तोलाबाजी का आरोप लगा रहे हैं। मैं उन्हें लोकतंत्र का थप्पड़ मारना चाहती हूं।
मोदी ने बांकुरा में कहा कि दीदी कितनी परेशान हैं, उसका अंदाजा उनकी भाषा से लगाया जा सकता है। वे अब मेरे लिए पत्थरों और थप्पड़ों की बात करती हैं। मुझे तो गालियों की आदत है, लेकिन बौखलाहट में दीदी देश के संविधान का भी अपमान कर रही हैं। मोदी आज उत्तरप्रदेश के आजमगढ़, जौनपुर और प्रयागराज में भी जनसभाएं करेंगे।
‘विश्वासघात दीदी को ले डूबेगा’
मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ किया गया यह विश्वासघात ही दीदी को ले डूबेगा। इस माहौल में जिस शक्ति के साथ आप टीएमसी के गुंडों के सामने खड़े हो रहे हैं, उसकी पूरे देश में चर्चा है। दीदी के अत्याचार ही उनके शासन को उखाड़ फेंकने का काम कर रहे हैं। दीदी की पार्टी वाले तो मनरेगा को नहीं छोड़ रहे। जॉब कार्ड गरीबों का अधिकार है, लेकिन उसे भी टीएमसी के तोलेबाजों ने दबाकर रखा है। ये लोग गरीबों के निवाले की भी चोरी करते हैं।
‘लोगों की चिंता करें दीदी’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दीदी को उन बेटियों के गुस्से की चिंता करनी चाहिए, जिनके साथ आए दिन यहां अत्याचार होते हैं। उन युवा साथियों के गुस्से की चिंता करनी चाहिए, जिनको परीक्षा पास करने के बावजूद नौकरी नहीं मिली। उन कर्मचारियों के गुस्से की चिंता करनी चाहिए, जिनको सैलरी नहीं मिलती, डीए नहीं मिल रहा। 7वें पे कमीशन के हिसाब से वेतन नहीं मिल रहा। दीदी को उन कालीभक्तों, सरस्वतीभक्तों, दुर्गाभक्तों, रामभक्तों के गुस्से की चिंता करनी चाहिए, जिनको पूजा भी डर-डरकर करनी पड़ती है।’’
‘‘दीदी के मन में घुसपैठियों के लिए, विदेशी कलाकारों के लिए ममता है, लेकिन आदिवासी और जो राष्ट्र की सुरक्षा में भूमिका निभा रहे हैं, उनके लिए कोई ममता नहीं। जब हमारे सपूतों ने पाकिस्तान के आतंकियों को घर में घुसकर मारा, तो दीदी ने आतंकियों की लाशें दिखाने की मांग की। जब पूरा देश सर्जिकल स्ट्राइक डे मना रहा था, तो पश्चिम बंगाल की सरकार ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।’’
‘गणतंत्र को गुंडातंत्र में बदला’
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में मोदी ने कहा- जिस तरह आप यहां दीदी की सत्ता के विरोध में उठ खड़े हैं, उसने दीदी की जमीन खिसका दी है। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता आपके साथ है। पूरा देश आपके साथ है। पहला धक्का 23 मई को लगेगा और फिर दीदी की दमनकारी सत्ता का पतन शुरु हो जाएगा। 23 मई के बाद भारत का संविधान सभी का हिसाब करेगा। देश का लोकतंत्र सभी का हिसाब चुकता करेगा।
‘‘मैं आपको आश्वासन देने आया हूं कि जिन घुसपैठियों को दीदी और टीएमसी ने अपना काडर बनाया है, उनकी चुन-चुनकर पहचान होगी। जो यहां हमारी बेटियों को परेशान करते हैं, हमारे सभ्य बंगाली मानुष को परेशान करते हैं, उनकी पहचान की जाएगी। कहते हैं पुरुलिया जो आज सोचता है, वही पश्चिम बंगाल की सोच बन जाती है। जिन्होंने यहां गणतंत्र को गुंडातंत्र में बदला है, उनके दिन अब गिनती के रह गए हैं। आज देश में मोदी को गाली देने का बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। पांच चरणों में देश ने एकमत होकर जो मतदान किया है, उससे महामिलावटी दल हताश हो चुके हैं। आपके इस प्यार को मैं ब्याज समेत विकास करके लौटाऊंगा।’’
सुप्रीम कोर्ट राफेल केस पर पुनर्विचार के लिए राजी हुआ था, इस पर राहुल ने कहा था- कोर्ट ने मान लिया कि चौकीदार चोर है
इस बयान पर भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने राहुल के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की थी
राहुल ने इससे पहले दो हलफनामे दाखिल किए, दोनों बार सिर्फ खेद जताया था
साफ तौर पर माफी नहीं मांगने पर शीर्ष अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष को फटकार लगाई थी
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है बयान को लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांग ली। राहुल ने अवमानना के मामले में पहले दायर किए गए दो हलफनामों में सिर्फ खेद जताया था। इस पर कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई थी। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने शीर्ष अदालत से मौखिक रूप से माफी मांगी थी। इसके साथ ही नया हलफनामा दाखिल करने की मोहलत मांगी थी।
पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट राफेल डील के लीक दस्तावेजों को सबूत मानकर मामले की दोबारा सुनवाई के लिए राजी हो गया था। इस पर राहुल ने कहा था कि कोर्ट ने मान लिया कि ‘चौकीदार ही चोर है।’ इसके बाद भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ अवमानना का केस दायर कर दिया था। इस पर कोर्ट ने राहुल को बिना नोटिस जारी किए ही जवाब मांगा था। राहुल ने 22 अप्रैल को माना था कि कोर्ट ने ऐसा कुछ नहीं कहा और गर्म चुनावी माहौल में जोश में उनके मुंह से यह बात निकल गई। उन्होंने अपनी टिप्पणी पर खेद जताया था।
लेखी के वकील ने कहा था- राहुल के खेद जताने को माफी मांगना नहीं कह सकते
23 अप्रैल को मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने लेखी के वकील मुकुल रोहतगी से पूछा कि राहुल ने जवाब में क्या लिखा? इस पर रोहतगी ने कहा कि राहुल ने माना है कि उन्होंने कोर्ट का आदेश देखे बगैर पत्रकारों को गलत बयान दिया था। रोहतगी ने यह भी कहा कि जिस तरह खेद जताया गया है उसे माफी मांगना नहीं कहा जा सकता।
तब कोर्ट ने जारी कर दिया नोटिस
रोहतगी के दावे पर सिंघवी ने कहा कि कोर्ट ने उनके मुवक्किल से सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा था जो उन्होंने दिया। कोर्ट ने उन्हें नोटिस नहीं जारी किया था। इस पर चीफ जस्टिस रंजन गोगाेई ने कहा कि आप कह रहे हैं कि नोटिस जारी नहीं हुआ, तो अब नोटिस दे रहे हैं।
अमेठी में प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने बच्चों ने लगाए मोदी विरोधी नारे
स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया- जिनकी शोहरत वंशवाद के चलते है उनसे प्रधानमंत्री को अत्यंत भद्दे शब्द सुनने पड़ते हैं
अमेठी. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें कुछ बच्चे प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने मोदी विरोधी नारे लगाते हुए दिख रहे हैं। दरअसल, एक बच्चा नारे लगवा रहा है। पहली बार 'चौकीदार चोर है' का नारा लगवाया। इस पर प्रियंका मुस्कुराती रहीं। दूसरी बार बच्चों से मोदी के लिए अपशब्द बुलवाया। इस पर प्रियंका ने बच्चों से कहा- ये वाला नारा अच्छा नहीं लगा। आपको अच्छे बच्चे बनना है। इसके बाद बच्चों ने राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए।
स्मृति ने प्रियंका पर साधा निशाना
स्मृति ईरानी ने प्रियंका पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, "यह अत्यंत अशिष्ट है। आप सोच सकते हैं कि जिनकी शोहरत केवल वंशवाद के चलते है उनसे प्रधानमंत्री को अत्यंत भद्दे शब्द सुनने पड़ते हैं। इस बात पर लुटियंस में गुस्सा दिखाई दिया क्या?"
प्रियंका ने संभाल रखा है अमेठी का मोर्चा
कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पूर्वांचल की जिम्मेदारी दी है। इस वजह से वह आए दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रचार-प्रसार के लिए अमेठी का दौरा कर रही हैं। उधर, स्मृति अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। वह 2014 में इस सीट से राहुल से लोकसभा का चुनाव हार चुकी हैं।
रविवार को प्रियंका ने कहा कि पांच साल में स्मृति केवल 16 बार अमेठी आईं। इस पर स्मृति ने कहा कि खुश हूं कि वे अमेठी दौरे के दिनों का हिसाब रख रही हैं। उन्हें (प्रियंका) लोगों को यह भी बताना चाहिए कि 15 साल से अमेठी का सांसद (राहुल गांधी) कहां है?
'चौकीदार चोर है' पर राहुल की तरफ से सिंघवी ने मांगी माफी
सियासी गलियारों में 'चौकीदार चोर है' नारे को लेकर इन दिनों खासा बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है वाले अपने बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को नया हलफनामा दायर किया। उन्होंने इसमें भी खेद ही जताया है, माफी नहीं मांगी। मंगलवार को राहुल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने अपने मुवक्किल के बयान के लिए माफी मांगी। राहुल ने हलफनामे में कहा कि राजनीतिक लड़ाई में उनका कोर्ट को घसीटने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी पर अवमानना याचिका के जरिए राजनीति करने का आरोप लगाया था।
मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर निशाना साधा, कहा- सब सीट बांटे बैठे हैं मगर साथ नहीं दिखते
मोदी का दावा- कुंभ में पहले चोरी की शिकायत आती थी, इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ
कौशाम्बी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उत्तरप्रदेश के कौशाम्बी में चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू कुंभ में आए थे, तब भगदड़ मच गई थी। हजारों लोग मारे गए थे। तब सरकार की लाज बचाने के लिए, पंडित नेहरू पर कोई दाग न लग जाए, इसके लिए खबरें दबा दी गईं। मगर इस बार कुंभ में करोड़ों लोग आए, लेकिन कोई भगदड़ नहीं हुई, कोई नहीं मरा। व्यवस्थाएं कैसे बदलती हैं, यह उसका उदाहरण है।
मोदी ने पूछा- विपक्ष के नेता साथ दिखे क्या
मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का चुनाव पूरा हो गया, शरद पवार और राहुल एक साथ दिखे क्या? बिहार में चुनाव हो रहे हैं, कांग्रेस और राजद साथ दिखे क्या? इनका यही हाल है। सब एक साथ सीट बांटे बैठे हैं, लेकिन साथ में दिखते नहीं हैं। सरकार चुनने के लिए पहली बार 21वीं सदी में जिसका जन्म हुआ है, वो हमारे नौजवान युवक और युवतियां हैं। वो एक मोबाइल फोन में दुनिया समेटे बैठे हैं।
मोदी ने कहा- इस बार कुंभ हुआ, शान से माथा ऊंचा हो गया
मोदी ने कहा कि मुझे पिछली बार कुंभ में अनेक बार आने का मौका मिला। जब सरकार बदलती और नीयत बदलती है तब कैसा परिणाम आता है, यह प्रयागराज ने इस बार दिखा दिया है। पहले कुंभ होता था तो खबरें आती रहती थीं कि अखाड़ों के बीच जमीन को लेकर विवाद है। किसी को इतनी जमीन दी, किसी को यह किया। पहले कुंभ मेले में भ्रष्टाचार की बातें सामने आती थीं। इस बार मेला हुआ, शान से माथा ऊंचा हो गया। एक आरोप नहीं लगा। पहले मेला होता था तो यह चोरी हो गया, वो चोरी हो गया, शिकायत आती थीं। इस बार चोरी, मारधाड़ की कोई शिकायत नहीं आई।
मोदी ने बताया कि इस बार कुंभ का मेला दुनियाभर के अखबारों में छपा है। पहले सिर्फ नागा साधुओं के बारे में छपता था। इस बार कुंभ में सफाई के बारे में छपा। पहले कहा जाता था उत्तर प्रदेश में व्यवस्था की बातें हो ही नहीं सकतीं। इस बार यूपी ने दिखा दिया कि आप लोग बहादुर हैं और व्यवस्था को मानने वाले हैं।
मोदी का आरोप- पहले प्रधानमंत्री के कार्यकाल में पाप हुआ था
मोदी ने कहा कि पंडित नेहरू जब प्रधानमंत्री थे, तब वे एक बार कुंभ के मेले में आए थे। मैं जो बात आज बता रहा हूं, उसे पांच-छह दशक में दबा दिया गया, छिपा दिया गया। असंवेदनशीलता की सीमापार की गई। जब नेहरू जी आए तो मेला इतना बड़ा नहीं होता था। दूसरी पार्टियों का तो निशान भी नहीं था। केंद्र और राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। तब उत्तर प्रदेश में भगदड़ मच गई थी। हजारों लोग कुचल के मारे गए थे। लेकिन सरकार की लाज बचाने के लिए, पंडित नेहरू पर कोई दाग न लग जाए, इसके लिए खबरें दबा दी गईं। कुछ अखबारों में कोने में खबर छिपा दी गई। इसमें पीड़ितों को भी कुछ नहीं दिया गया। ऐसा पाप देश के पहले प्रधानमंत्री के काल में हुआ। इस बार करोड़ों लोग आए, प्रधानमंत्री खुद भी आए लेकिन कोई भगदड़ नहीं हुई, कोई नहीं मरा।
अयोध्या. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पांच साल बाद अयोध्या पहुंचे। उन्होंने अयोध्या मुख्यालय से 25 किमी दूर मया बाजार में जनसभा को संबोधित किया। बतौर प्रधानमंत्री मोदी की अयोध्या में पहली रैली थी। यहां उन्होंने मंदिर मुद्दे पर कोई बात नहीं की, लेकिन सभा के आखिर में जय श्रीराम के नारे लगवाए।
'सपा-बसपा की सच्चाई जानना जरूरी'
मोदी ने कहा कि यह मर्यादा पुरुषोत्तम राम की धरती है, स्वाभिमान की धरती है। यही स्वाभिमान पिछले पांच साल की सरकार में दिखा है। मजबूत भारत के निर्माण के बीच सपा हो, बसपा हो या कांग्रेस। इनकी सच्चाई जानना जरूरी है।
"बहनजी ने बाबा साहब के नाम का उपयोग किया, लेकिन उनके आदर्शों के विपरीत हर काम किया। समाजवादी पार्टी ने डगर डगर पर लोहिया जी का नाम लिया, लेकिन अपने आचरण से न सिर्फ यूपी की कानून व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया बल्कि लोहिया के आदर्शों को भी मिट्टी में मिला दिया।"
"आज मैं इन लोगों से कुछ सवाल करना चाहता हूं। क्या समाजवाद की बातें, लोहिया जी की बातें करने वालों को श्रमिकों की, गरीबों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी। क्या बाबा साहब की बातें करने वालों को श्रमिकों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी?"
"पिछले 60-70 सालों से हर चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा उछालने वाली कांग्रेस को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी कि नहीं? हमारे देश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों की इन पार्टियों ने कभी परवाह नहीं की। गरीबों को वोटबैंक में बांटकर इन लोगों ने सिर्फ अपना और अपने परिवार का फायदा कराया।"
"कोई गरीब अपने बच्चे को गरीब नहीं देखना चाहता। गरीब आगे बढ़ना चाहता है, मजदूर आगे बढ़ना चाहता है। उसे आवश्यकता होती है एक संबल की। पहली बार देश में किसी सरकार ने गरीबों के बारे में सोचा है। श्रमिकों के बारे में सोचा है। हमने उनकी परवाह की है। उनका जीवन आसान बनाने के लिए काम किया है।"
"योग हमारी संस्कृति का हिस्सा सदियों से है, लेकिन पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाए, यह काम हमारी सरकार ने किया।"
"कुंभ पिछले कई सालों से होता रहा है, लेकिन जो भव्यता प्रयागराज में दिखी वो अभूतपूर्व है। अयोध्या में दीप तो हजारों सालों से जलते आए हैं, लेकिन अब जो दीपावली मनाई जाती है, वो दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है, देश का गौरव बढ़ता है।"
"जब कोरिया की फर्स्ट लेडी अयोध्या में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर आती हैं, तो इसकी चर्चा हर तरफ होती है। जब आसियान समिट के दौरान, वहां से आए कलाकार अपने-अपने देशों में प्रचलित रामायण के अंश प्रस्तुत करते हैं, तो सबकी नजर जाती है।"
"अपनी इस अनमोल धरोहर को पहचानने के लिए संवेदनशीलता की जरूरत होती है। हमने इसे आस्था से ही नहीं बल्कि आर्थिक रूप से जोड़ा है।"
"देश में अभी स्वदेश दर्शन नाम से एक बहुत व्यापक कार्यक्रम चल रहा है। इसके अंतर्गत देश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट सहित 15 सर्किट पर काम चल रहा है। रामायण सर्किट के तहत अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, जहां-जहां भी प्रभु राम के निशान हैं, उन सभी स्थानों को विकसित किया जा रहा है।"
मोदी ने नहीं किए रामलला के दर्शन
मोदी का यह चुनावी दौरा है, इसलिए वे रामलला के दर्शन करने नहीं गए। लेकिन, भाजपा संकेत देना चाहती है कि मोदी और पार्टी के लिए अयोध्या मुद्दा अहम है। अयोध्या में दौरा उस समय रखा गया है, जब अवध और पूर्वांचल में वोटिंग करीब है। 6 मई को फैजाबाद सीट (अयोध्या) और 12 मई को अंबेडकरनगर में मतदान होगा।
गठबंधन से मिल रही सीधी टक्कर
फैजाबाद सीट के अलावा धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। इन सीटों पर भाजपा को बसपा-सपा गठबंधन सीधे टक्कर दे रहा है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री के इस दौरे से भाजपा को आसपास की सीटों पर फायदा मिल सकता है।
इटारसी और जयपुर में भी सभा
मोदी यूपी दौरे के बाद भोपाल होते हुए इटारसी जाएंगे। इसके बाद वे जयपुर के मानसराेवर में चुनावी सभा काे संबाेधित करेंगे। पिछले लाेकसभा चुनाव में भाजपा ने जयपुर शहर सीट 5.85 लाख वाेटाें के रिकॉर्ड अंतर से जीती थी। मोदी ने राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 4 चुनावी सभाएं की थीं। पहले चरण में 29 अप्रैल काे 13 सीटाें पर मतदान हाे चुका है।