छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ (16717)

रायपुर, 31 अक्टूबर 2019

 छत्तीसगढ़ शासन के नए मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर निवृत्तमान मुख्य सचिव श्री सुनील कुमार कुजूर और मंत्रालय में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।

रायपुर, 31 अक्टूबर 2019

 लौह पुरूष एवं भारत के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर राजभवन में आज राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शपथ दिलायी। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सत्यनिष्ठा से राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने और देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने के लिए भरसक प्रयत्न की शपथ ली। साथ ही देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी संकल्प लिया। इस अवसर पर राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री एन. के. चन्द्रवंशी, उप सचिव श्रीमती रोक्तिमा यादव सहित सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

रायपुर, 31 अक्टूबर, 2019

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज यहां राजभवन में नवनियुक्त मुख्य सचिव श्री आर.पी. मण्डल और आज 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने जा रहे मुख्य सचिव श्री सुनील कुजूर ने सौजन्य मुलाकात की। राज्यपाल ने श्री मण्डल को नये दायित्व के लिए शुभकामनाएं दी, वहीं श्री कुजूर को उनके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों के लिए बधाई दी। राज्यपाल ने श्री कुजूर एवं श्री मण्डल को स्मृति चिन्ह भेंट की। राज्यपाल को नये मुख्य सचिव श्री मण्डल ने छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा भी उपस्थित थे।

 

 रायपुर, 31 अक्टूबर 2019

 मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज 31 अक्टूबर को राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी चौक में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

    मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कहा कि आज पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर उन्हें याद कर नमन कर रहा है। इन दोनों महान विभूतियों ने देश के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश के एकीकरण मैं अपनी पूरी शक्ति लगाई और देश को एकजुट किया। श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी। सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के कारण लौह पुरुष कहा जाता है, इसी प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को आयरन लेडी कहा जाता है। इन दोनों महान विभूतियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज इन दोनों विभूतियों के कार्यों और विचारों को जन जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है।

    इस अवसर पर वरिष्ठ विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा ,श्री कुलदीप जुनेजा , श्री विकास उपाध्याय और श्री चंद्र देव राय , नगर निगम रायपुर के महापौर श्री प्रमोद दुबे सहित अनेक पार्षद और जनप्रतिनिधि तथा प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

  • ललित चतुर्वेदी

सहायक संचालक

    रायपुर, 31 अक्टूबर 2019

 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आदिवासियों की उन्नति और बेहतरी के लिए कई अभिनव योजनाएं बनाकर सार्थक पहल की जा रही है। तेंदूपत्ता संग्रहण की दर ढाई हजार रूपए से बढ़ाकर चार हजार रूपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है। यह दर देश में सबसे अधिक है। अब 15 वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाएगी। बस्तर में प्रस्तावित स्टील प्लांट नहीं बनने पर लोहंड़ीगुड़ा क्षेत्र के किसानों की अधिगृहित भूमि लौटाने का महत्वपूर्ण निर्णय भी लिया गया है। यहां आदिवासियों को 4200 एकड़ जमीन वापस कर राजस्व अभिलेखों में नाम दर्ज करने की कार्रवाई भी पूर्ण कर ली गई है। राज्य सरकार ने आदिवासियों के हित में अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिनमें वन अधिकार अधिनियम-2006 के सुचारू संचालन के लिए प्रशिक्षण, कार्यशाला आयोजित कर स्वीकृत नहीं किए गए प्रकरणों की समीक्षा कर निराकरण किया जा रहा है। अबूझमाड़ क्षेत्र के विशेष रूप से कमजोर जनजाति अबूझमाड़िया को वन अधिकार पत्र प्रदान करने की विशेष पहल की जा रही है। इसी तरह बच्चे के जन्म लेने के उपरांत पिता की जाति के आधार पर उसे जाति प्रमाण पत्र तत्काल प्रदान करने का निर्णय भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

    राज्य सरकार द्वारा वनांचल क्षेत्रांें में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए कई नए निर्णय लिए गए हैं। वनवासियों के वन अधिकार कानूनों का लाभ दिलाने के लिए वन अधिकार मान्यता पत्र की समीक्षा, वन क्षेत्रों में किसानों को सिंचाई सुविधा के लिए नदी-नालों के पुर्नजीवन के कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। इन अंचलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हाट बाजारों में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना और महिलाओं और बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए गरम पौष्टिक भोजन देने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान शुरू की गयी। इन योजनाओं की सफलता को देखते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती से इस योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया गया है।

        राज्य सरकार द्वारा जनगणना वर्ष 2011 की आबादी के अनुसार राज्य स्तरीय सीधी भर्ती के पदों में अनुसूचित जनजाति के लिए 32 प्रतिशत और अनुसूचित जाति के लिए 13 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है साथ ही आरक्षण के अनुरूप ही पदोन्नति में भी लाभ देने का निर्णय लिया गया है। आदिवासी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल राजधानी रायपुर में 27, 28 और 29 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। इसी प्रकार नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूूझमाड़ अंतर्गत बस्तर संभाग के जिला नारायणपुर, बीजापुर तथा दंतेवाड़ा के लगभग 275 से अधिक असर्वेक्षित ग्रामों में वर्षों से निवासरत लगभग 50 हजार से अधिक लोगों को उनके कब्जे में धारित भूमि का मसाहती खसरा एवं नक्शा उपलब्ध कराया जाएगा। इस निर्णय से किसान परिवारों के पास उनके कब्जे की भूमि का शासकीय अभिलेख उपलब्ध हो सकेगा तथा वे अपने काबिज भूमि का अंतरण कर सकेंगे। इससे अबूझमाड़ क्षेत्र अंतर्गत लगभग 10 हजार किसानों को 50 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि का स्वामित्व प्राप्त होगा।

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आदिवासी समाज के हित में विश्व आदिवासी दिवस पर सामान्य अवकाश घोषित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। बस्तर और सरगुजा में कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन करने की घोषणा से स्थानीय युवाओं को भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी। पांचवीं अनुसूची के जिलों में बस्तर, सरगुजा संभाग और कोरबा जिले में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर स्थानीय लोगों की भर्ती के लिए आयु सीमा में तीन वर्षीय छूट के आदेश जारी किए हैं। एनएमडीसी के नगरनार प्लांट में गु्रप सी और गु्रप डी की भर्ती परीक्षा दंतेवाड़ा में ही कराने के लिए राज्य सरकार की पहल पर एनएमडीसी द्वारा सहमति दी गई है। मुख्यमंत्री ने नक्सल पीड़ित युवा बेरोजगारों को डीएमएफ मद से बीएड की डिग्री पूर्ण होने पर रोजगार प्रदान करने और भोपालपट्टनम में बांस आधारित कारखाना स्थापित करने की घोषणा की है।

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार ने आदिवासी क्षेत्र विकास प्राधिकरणों का अध्यक्ष स्थानीय विधायकों को बनाने का फैसला लिया गया है। बस्तर एवं दक्षिण क्षेत्र विकास प्राधिकरण तथा सरगुजा एवं उत्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण को समाप्त करते हुए अब तीन प्राधिकरण बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण और मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण का गठन कर आदिवासियों को अधिकार सम्पन्न बनाया गया है। प्रत्येक प्राधिकरण में क्षेत्रीय अनुसूचित जनजाति विधायकों में से एक अध्यक्ष और दो उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। पहले इन प्राधिकरणों के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होते थे। अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण अब स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल जैसे कार्यों तथा अन्य प्राथमिकता के 11 प्रकार के कार्यों को स्वीकृत किए जाएंगे। ये कार्य अब बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण और मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत भी किए जाएंगे। सरकार ने निर्णय लिया है कि नक्सल प्रभावित अंचलों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के रहवासियों के विरूद्ध दर्ज प्रकरणों की समीक्षा की जाएगी। आपराधिक प्रकरणों से प्रभावित आदिवासियों को राहत और प्रकरण वापसी के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है।

    श्री भूपेश बघेल ने आदिवासी अंचलों में नई पहल करते हुए इन्द्रावती नदी विकास प्राधिकरण के गठन, बस्तर में आदिवासी संग्राहलय की स्थापना की घोषणा की है। राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि डीएमएफ की राशि का उपयोग खदान प्रभावित क्षेत्र में लोगों के जीवन में बेहतर परिवर्तन लाने के लिए किया जाएगा। आदिवासी क्षेत्रों में कुपोषण दूर करने के लिए चना वितरित किया जा रहा है, यहां गुड़ भी दिया जाएगा। बस्तर संभाग में कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों और महिलाओं को विशेष पोषण आहार के वितरण का काम प्रारंभ हो चुका है। राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना नीति आयोग ने भी की है। इसी तरह सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित जगरगुण्डा सहित 14 गांवों की एक पूरी पीढ़ी 13 वर्षों से शिक्षा से वंचित थीं। अब यहां स्कूल भवनों का पुनर्निर्माण कर दिया गया है। साथ ही कक्षा पहली से बारहवीं तक के बच्चों को प्रवेश दिलाकर उनकी शिक्षा प्रारंभ की गई है। यहां 330 बच्चों को निःशुल्क आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस तरह 13 साल के अंधकार के बाद शिक्षा की ज्योति फिर एक बार प्रज्ज्वलित हो उठी हैं। मुख्यमंत्री द्वारा तोंगपाल, गादीरास और जगरगुण्डा को उप तहसील का दर्जा देने की घोषणा की गई है। सरगुजा में नये 100 बिस्तर जिला अस्पताल के लिए 135 पदों का सृजन, उद्यमिता विकास संस्थान की स्थापना की जाएगी। जशपुर जिले में मानव तस्करी रोकने विशेष सेल का गठन, शंकरगढ़ विकासखण्ड में को-ऑपरेटिव बैंक की शाखा खोली जाएगी। जशपुर में एस्टोटर्फ हॉकी मैदान का निर्माण किया जाएगा।
    मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में सरकार द्वारा रोजगार की बेहतर व्यवस्था करने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के माध्यम से संचालित निर्माण कार्यों के द्वारा भी स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के प्रयास हो रहा है। इन क्षेत्रों में लघु वनोपज पर आधारित लघु उद्योगों और प्रसंस्करण इकाईयों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया गया है। जिससे यहां के नागरिकों को रोजगार और आय अर्जन के अवसर मिल सकेंगे। श्री बघेल ने इन क्षेत्रों में लघु वनोपजों पर आधारित प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री से वन अधिनियम के प्रावधानों को शिथिल करने का आग्रह किया गया है, जिससे यहां रोजगारमूलक इकाईयों के लिए जमीन आवंटित करने और संचालित करने के लिए सुविधा मिलेगी।    

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बिलासपुर (Bilaspur) में एक युवती ने प्रेम (Love) में धोखा मिलने पर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय (Court) बिलासपुर (Bilaspur) ने प्रेमी युवक को सजा दी है. कोर्ट (Court) ने धोखा देने पर युवती के आत्महत्या (Suicide) करने के मामले में आरोपित को 10 वर्ष सश्रम कारावास और 500 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है. अर्थदंड नहीं देने पर आरोपित को अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा. मामला जून 2018 का है.
बता दें कि बिलासपुर (Bilaspur) के कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम पौसरा निवासी आरोपित विक्की कुमार कुर्रे का गांव में रहने वाली युवती से प्रेम संबंध था. पांच जून 2018 को युवती घर से 50 हजार रुपये लेकर गायब हो गई. उसके भाई ने कोनी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई. जून 2018 को युवती की पौसरा के धतरईया खार में जली हुई लाश मिली. कॉल ​डिटेल के आधार पर पुलिस ने विक्की कुर्रे से पूछताछ की. इसमें पता चला कि दोनों के बीच प्रेम संबंध था. घर से भागने के बाद युवती 50 हजार रुपये लेकर उसके साथ बिलासपुर गई थी. वहां उसने युवक के लिए मोबाइल और अपने लिए जिंस, सौदर्य प्रसाधन खरीदे. इसके बाद दोनों रेलवे स्टेशन गए यहां से रायगढ़ चले गए.
इसलिए की आत्महत्या
प्रकरण के मुताबिक रायगढ़ से 7 जून को वापस बिलासपुर लौटे. मंदिर चौक में आरोपित उसे पौसरा जाने छोड़कर नाना के घर किरारी मस्तूरी चला गया था. प्रेमी के धोखा दिए जाने से दुखी होकर उसने खुदकुशी की थी. पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धारा 306 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में चालान पेश किया. न्यायालय ने अपराध सिद्ध होने पर प्रेमी को धारा 306 में 10 वर्ष का सश्रम कारावास व 500 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है.
 

गरियाबंद. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद (Gariaband) जिले में टोनही प्रताड़ना का मामला सामने आया है. पुलिस (Police) ने मामले में दो आरोपियों को को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. इनमें से एक आरोपी अपने बेटे की मौत का कारण एक महिला को मानता था और उसे टोनही (Tonhi) बता कर प्रताड़ित करता था. महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों को टोनही प्रताड़ना एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है. मामले में गरियाबंद की देवभोग थाना पुलिस (Devbhog Police Station) की जांच जारी है.
गरियाबंद पुलिस (Gariaband Police) से मिली जानकारी के मुताबिक मामला देवभोग थाना क्षेत्र के पुलीमुड़ा गांव का है. यहां दो लोगों पर गांव की एक महिला को प्रताड़ित (Tortured) करने का आरोप है. पीड़िता की शिकायत पर देवभोग पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी बुडूराम अपने जवान बेटे की मौत का कारण गांव की एक महिला को मानता था और उसे टोनही होने के नाम पर प्रताडित कर रहा था.
साबित नहीं कर पाया टोनही
देवभोग थाना प्रभारी सत्येन्द्र श्याम ने बताया कि महिला को टोनही साबित करने के लिए गांव में ग्रामीणों की बैठक भी हुई. इस बैठक में आरोपी बुडूराम महिला को टोनही साबित नहीं कर पाया. इसके बाद मामले की शिकायत थाने में दर्ज करायी गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बुडूराम और उसके एक साथी को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मामले में जांच जारी है.

रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य के 20वें स्थापना दिवस को खास बनाने के लिए तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. राज्य सरकार द्वारा 1 से 3 नवम्बर तक रायपुर (Raipur) के साइंस कालेज मैदान में राज्योत्सव (Rajyotsava) का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्ष राज्योत्सव में छत्तीसगढ़ी संस्कृति (Chhattisgarhi Culture) की छटा बिखरेगी. तीनों दिन छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्य, वादन, गायन के साथ गीत-गजल एवं संगीत की भी प्रस्तुतियां होंगी. कार्यक्रमों में पंडवानी गायन, पारम्परिक नृत्य पंथी, गेड़ी, गौरी-गौरा, राउत नाचा, करमा, सैला, गौर, ककसाड़, धुरवा, सुआ नृत्य, सरहुल नृत्य, सैला नृत्य, राउत नाच, और ककसार नृत्य का प्रदर्शन किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्योत्सव के तीनों दिन लोकमंच का भी कार्यक्रम आयोजित होगा. इस साल राज्योत्सव का शुभारंभ एक नवम्बर को शाम 7 बजे कांग्रेस (Congress) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) करेंगी. इसके बाद दूसरे दिन 2 नवम्बर को मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके होंगी. फिर राज्योत्सव का समापन 3 नवम्बर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न होगा. इस वर्ष राज्योत्सव में राज्य शासन द्वारा स्थापित अलग-अलग क्षेत्रों के राज्य स्तरीय सम्मान तीनों दिन दिए जाएंगे.
मोहरी वादन से होगी शुरुआत
राज्योत्सव में कार्यक्रम की शुरुआत मांगलिक मोहरी वादन से होगा. इसके बाद छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना गीत-अरपा पैरी के धार की प्र्रस्तुति होगी. फिर लोकनृत्यों का संगम होगा, जिसमें राज्य के विभिन्न अंचलों के लोक नर्तक दलों की प्रस्तुति होगी. इस प्रस्तुति में पंथी, गेड़ी, गौरी-गौरा, राउत नाचा, करमा, सैला, गौर, ककसाड़, धुरवा, सुआ नृत्य का संयोजन होगा. इसी क्रम में पंडवानी गायन, रायगढ़ की कत्थक शैली में समूह नृत्य की प्रस्तुति होगी तथा रंगारंग लोकमंच के कार्यक्रम के साथ ही पहले दिन के कार्यक्रमों का समापन होगा.
राज्योत्सव के दूसरे दिन सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत खंझेरी भजन से होगी. इसके बाद उत्तर छत्तीसगढ़ का सरहुल और सैला नृत्य, मध्य छत्तीसगढ़ का राउत नाच और दक्षिण छत्तीसगढ़ का ककसार नृत्य होगा. इस क्रम में अल्फाज और आवाज गीत-गजलों का कार्यक्रम होगा. साथ ही पियानो एवं एकार्डियन तथा वाद्यवृंद की प्रस्तुति होगी. इसी दिन ओड़िसी और भरतनाट्यम के अलावा पारंपरिक भरथरी गायन तथा सरगुजिहा गीत प्रस्तुत किए जाएंगे. कार्यक्रम का समापन लोकमंच के साथ होगा. राज्योत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या का आरंभ छत्तीसगढ़ी सुगम गायन से होगा. इस दिन पूर्वी छत्तीसगढ़ का करमा, उत्तरी छत्तीसगढ़ का लोहाटी बाजा, दक्षिण छत्तीसगढ़ का गेड़ी नृत्य तथा मध्य छत्तीसगढ़ का पंथी नृत्य होगा. इसके पश्चात कठपुतली का कार्यक्रम, कबीर सूफी गायन होगा. वाद्यवृंद में तालकचहरी तथा सेक्सोफोन एवं गिटार की प्रस्तुति होगी. पारंपरिक लोक गायन ढोलामारू के पश्चात कार्यक्रम की समाप्ति लोकमंच से होगी.
 

बेमेतरा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बेमेतरा (Bemetara) जिले में पुलिस (Police) ने एक दंपति (Couple) को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. दंपति पर आरोप है कि उन्होंने एक व्यक्ति के साथ मारपीट की, जिसके बाद गंभीर चोट के चलते पीड़ित की मौत (Death) हो गई. जानकारी के अनुसार पीड़ित की पहचान प्रभु बंजारे के तौर पर हुई है जो आरोपी कामदेव और उसकी पत्नी की दुकान पर पटाखे खरीदने आया था.
बहस इतनी बढ़ी की हो गई मारपीट
पुलिस ने बताया कि प्रभु गोवर्धन पूजा के दिन कामदेव और उसकी पत्नी की दुकान पर पटाखे खरीदने आया था. यहां पर प्रभु पटाखों के पैकेट को खोल कर देखने लगा तो कामदेव ने उसे रोका. इस बात पर तीनों के बीच बहस शुरू हो गई. बाद में विवाद बढ़ता गया और नौबत हाथापाई तक जा पहुंची. तीनों के बीच जमकर हाथापाई हुई. बाद में लोगों ने बीचबचाव कर मामला सुलझाया.
घर जाकर बिगड़ी तबियत
इस विवाद के बाद दोनों पक्ष अपने घर चले गए. घर जाने के कुछ समय बाद ही प्रभु की तबियत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया. यहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. बाद में कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इसी बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि प्रभु की मौत फेंफड़े में चोट लगने के चलते हुई है. इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया. छानबीन के दौरान दंपति से हुए विवाद की बात सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को प्रभु की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.

प्रबंधन और प्रशासन के रवैये की दी जानकारी
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ पावर मजदूर संघ (एचएमएस) यूनियन के प्रतिनिधि मंडल ने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं श्रम मन्त्री शिव कुमार डहरिया से मिलकर उन्हें दीपावली की बधाई दी। साथ ही केएसके महानदी पावर कंपनी लिमिटेड नरियरा से 35 मजदूरों एवं मजदूर नेताओ को नौकरी से निकालने एवं अन्य श्रमिक हित के मुद्दे पर बात की गई।
मंत्रियों को बताया गया कि मजदूरों को केएसके प्रबंधन द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्हें ड्यूटी में मोबाइल फोन लाने के लिए मना किया जा रहा है। कोई भी आंदोलन या हड़ताल में शामिल नही होने का शपथ पत्र लिखवाया जा रहा है और मजदूर हित की लड़ाई लड़ने वाले यूनियन के खिलाफ मजदूरों को दबाव बनाकर मनमानीपर्वूक कुछ भी लिखवाया जा रहा है। इन सब मुद्दों पर मंत्रियों ने त्वरित कार्रवाई करने संबंधित अधिकारियो को दिशा निर्देश दिया। संघ के प्रतिनिधि मंडल को उचित आश्वाशन दिया है कि मजदूरों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। उनसे मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश महामंत्री पिछड़ा वर्ग विभाग कांग्रेस योगेश साहू, एचएमएस यूनियन के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद साहू, महामंत्री शेरसिंह राय, उप महामंत्री बलराम गोस्वामी, मूलचन्द नोरगे, मनोज साहू, रमाकांत राठौर थे।
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