ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली । भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (आईबीए) ने वित्त मंत्रालय से आगामी बजट में कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) उत्पादन के लिए पूरी तरह कॉरपोरेट कर की छूट देने की मांग की है। इससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित करेगा। आईबीए ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर इस मांग को मुख्य किया है। उद्योग निकाय ने कहा है कि सीबीजी उत्पादकों को पूर्ण कर राहत दी जानी चाहिए। आईबीए के अनुसार देश में कुल 100 सीबीजी संयंत्र चालू हैं और कुल सीबीजी की बिक्री लगभग 1,200 करोड़ रुपये तक पहुंची है। इसके बाद भी कर माफ करने के बाद सरकार को करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इस मामले में कर छूट से सीबीजी उत्पादकों को अपने उत्पादों को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेचने में मदद मिलेगी। आईबीए ने बताया कि इस कदम से भारत अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को हासिल कर सकेगा और निजी निवेश प्राप्त करने के साथ-साथ रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। इसके अलावा, बायोगैस के उत्पादन में कृषि अवशेषों का उपयोग बढ़ाएगा और प्रदूषण कम करने में मदद करेगा।
कोलकाता । रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा कि वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में सोने के आभूषणों का निर्यात 12 प्रतिशत बढ़ गया है, जबकि हीरे के निर्यात में 10 प्रतिशत की गिरावट हुई है। इसमें अमेरिका को हीरे के निर्यात में सुधार की उम्मीद जताई गई है। चीन की सुस्त मांग की वजह से हीरे के निर्यात में चिंता बनी हुई है, लेकिन अमेरिका में त्योहार के दौरान मांग में वृद्धि की संकेत मिल रही है। जीजेईपीसी के अधिकारियों ने इस संदर्भ में उम्मीद जताते हुए कहा कि उनका मानना है कि अब बुरा समय निकल गया है और आगामी वर्षों में मद्देनजर 10-15 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। इसके साथ ही जीजेईपीसी ने वैश्विक जेनेरिक प्रोत्साहन पर भी 150 करोड़ रुपये का निवेश किया है। आभूषण उद्योग के विकास और अमेरिका की मांग में सुधार की उम्मीद को ध्यान में रखते हुए जीजेईपीसी ने पश्चिम बंगाल के सिंगूर को एक वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करने की योजना बताई है। यह योजना स्थानीय कारीगरी विरासत को बढ़ाने और कई रोजगार के अवसर प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। सिंगूर के विकास में हुगली जिले के सुव्यवस्थित स्थान का भी अहम योगदान है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग-2 और कोलकाता हवाई अड्डे के निकट है। इस विकास योजना से अधिक लोगों को रोजगार का अवसर मिलने की उम्मीद है और स्थानीय उद्योगों को भी बढ़ावा प्राप्त होगा।
देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई ने एक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह सरकार के वित्त वर्ष 2025 के अनुमान 6.4 प्रतिशत से थोड़ा कम है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वित्त वर्ष 2025 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर चार साल के निचले स्तर 6.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया है। विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन और कमजोर निवेश के कारण विकास दर धीमी बताई गई थी। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दिसंबर में कहा था कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर 6.6 प्रतिशत रह सकती है।
किस गति से दौड़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था?
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शोध रिपोर्ट इकोरैप के अनुसार आरबीआई और एनएसओ के अनुमानों में हमेशा 0.20-0.30 प्रतिशत का अंतर रहा है। इसलिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.4 प्रतिशत का अनुमान अपेक्षित और उचित है। रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि, हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी वृद्धि दर नीचे की ओर झुकाव के साथ 6.3 प्रतिशत के आसपास हो सकती है।
एसबीआई के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि वास्तविक जीडीपी वृद्धि में मंदी और मौजूदा कीमतों पर जीडीपी के आकार में वृद्धि लगभग स्थिर रहने के बावजूद, बाजार मूल्यों पर प्रति व्यक्ति जीडीपी में चालू वित्त वर्ष में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
सरकार और कंपनी दोनों ही इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर लगातार फोकस कर रही हैं। बाजार में कई ऑटो मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां हैं, जो इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कैटेगरी में हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। देश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर क्रांति की शुरुआत OLA Electric ने की थी और काफी लंबे समय तक Ola Electric ने इस सेगमेंट का नेतृत्व किया है। Ola Electric का मार्केट शेयर काफी ऊंचा था लेकिन उसके बाद कंपनी का मार्केट शेयर गिरता चला गया। सर्विस को लेकर उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतों के बाद Ola Electric की बिक्री में गिरावट आई और इसका फायदा बाजार में मौजूद दूसरी EV कंपनियों को मिला। इस साल के पहले हफ्ते में किस EV कंपनी ने कितनी यूनिट बेचीं, इसका डेटा Vahan पोर्टल पर आ गया है। पोर्टल के मुताबिक, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बिक्री के मामले में TVS Motors नंबर-1 रही है। इसके बाद बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और फिर Ola Electric का नंबर आता है।
VAHAN पोर्टल का डेटा
साल 2025 के पहले हफ्ते में देश के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में जबरदस्त बदलाव देखने को मिला है। TVS Motors ने इस कैटेगरी में बढ़त हासिल करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। कंपनी ने साल के पहले हफ्ते में ही 6144 यूनिट्स की बिक्री की है। इतनी यूनिट्स बेचने के बाद यह कंपनी बिक्री के मामले में नंबर-1 बन गई है और कंपनी का मार्केट शेयर 30 फीसदी हो गया है। इसके बाद दूसरे नंबर पर बजाज ऑटो ने अपनी जगह बनाई है और कंपनी ने 4,659 यूनिट्स बेची हैं। लेकिन एथर एनर्जी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मार्केट लीडर ओला इलेक्ट्रिक को पछाड़कर तीसरा स्थान हासिल किया है।
ओला को पछाड़ा एथर ने
कंपनी ने बताया कि पोर्टफोलियो बढ़ाने का फायदा इस बिक्री में मिला है और फैमिली स्कूटर एथर रिज्टा की बिक्री अच्छी रही है। एथर एनर्जी की बिक्री की बात करें तो यह 3,267 यूनिट्स रही और एथर की सीधी प्रतिस्पर्धा ओला इलेक्ट्रिक की, कंपनी ने इस दौरान 3,144 यूनिट्स बेची हैं। साल के पहले हफ्ते में बिक्री के मामले में ओला इलेक्ट्रिक चौथे नंबर पर आ गई है।
नई दिल्ली । ठंड के मौसम में सप्लाई तेज होने से हरी सब्जियों के दाम अब गिरने लगे हैं। लोगों को अब बढ़ी हुई हरी सब्जियों की कीमतों से राहत मिलने लगी है। गोभी, मटर, आलू, मूली और गाजर जैसी हरी सब्जियों की नई खेप और बढ़ी हुई सप्लाई के चलते इनके दाम में गिरावट आई है। गोभी से लेकर हरी मिर्च, मूली, पालक सहित कई मौ</ol>
समी सब्जियां सस्ती होने से बड़ी राहत मिली है। कारोबारियों का कहना है कि टमाटर, जो एक हफ्ते पहले 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, अब 20 रुपए में उपलब्ध है। आलू और अन्य सब्जियों की कीमतों में भी कमी देखी जा रही है और आने वाले दिनों में इनके रेट्स में और गिरावट की उम्मीद है। हालांकि, आने वाले दिनों में आलू, टमाटर, शिमला मिर्च, मटर से लेकर बींस के भी रेट और कम हो सकते हैं। हफ्ते भर पहले 40 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से बिकने वाला टमाटर सोमवार को रिटेल में 20 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से मिला। इसके अलावा 100 रुपए में ढाई किग्रा मिलने वाला आलू अब 100 में चार किलोग्राम मिल रहा है।
नई दिल्ली । टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया को ग्लोबल एयरलाइन के रूप में उच्च स्तर पर पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने बताया कि टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया का एकाधिकार हासिल किया था। चंद्रशेखरन एनआईटी त्रिची के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे और वहां एयर इंडिया के उपयोगकर्ताओं को एक श्रेष्ठ अनुभव देने की कामना की। चंद्रशेखरन ने कहा, मेरी प्रतिबद्धता है कि हम एयर इंडिया को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइनों में शामिल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। हम पूरी कोशिश करेंगे कि उड़ान का अनुभव, ग्राहक सेवा, तकनीकी उन्नति और समर्थन सभी मानकों को पूरा करें। उन्होंने मौजूदा दर्शकों से उम्मीद की कि वे एयर इंडिया के ऑर्डर का पालन करने के बारे में बोइंग और एयरबस से अनुरोध करें। एयर इंडिया समूह ने कुल 470 विमानों का ऑर्डर दिया है। टाटा संस ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में लगभग 18 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है और इसमें बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि हमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक पारिस्थितिकी तंत्र को स्थापित करने की दिशा में अग्रसर होना है। चंद्रशेखरन ने अवधारणा दी कि टाटा समूह नये सोच और नेतृत्व के साथ सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएगा और विश्वसनीय उत्पादों का निर्माण करेगा।
नई दिल्ली। भारतीय परिवारों की खर्च प्राथमिकता में पिछले 12 वर्षों में काफी बदलाव आया है। नवीन रिसर्च रिपोर्ट से पता चलता है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दालों और अनाज की खपत पांच फीसदी से अधिक घटी है। लोग अब खाद्य की बजाय गैर-खाद्य पदार्थों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। रिपोर्ट दर्शाती है कि साफ-सफाई और खूबसूरत दिखने के सौंदर्य प्रसाधनों पर लोग ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। कपड़े, जूते जैसी चीजों पर खर्च कम हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, यह रुझान आर्थिक विकास और जीवनशैली में बदलाव की ओर इशारा कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य पदार्थों पर व्यय तेजी से घट रहा है जबकि शहरी क्षेत्रों में यह तेजी से नहीं। पिछले 12 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में 5.86 फीसदी अंकों की गिरावट दर्ज की गई। इससे यह स्पष्ट है कि भारतीय परिवारों की प्राथमिकताएं बदल रही हैं, जिसमें खाद्य की खपत कम होने के साथ-साथ गैर-खाद्य पदार्थों पर ध्यान बढ़ रहा है।
नई दिल्ली । निजी बैंकिंग कंपनी बंधन बैंक ने अपने वित्त साल की तिसरी तिमाही के लिए रिजल्ट जारी कर दिया है। बैंक ने दिसंबर को समाप्त हुई तिमाही में विभिन्न सेक्टर में दरों और आंकड़ों में वृद्धि की जानकारी जारी की है। इस तिमाही में बैंक ने लोन और एडवांस में सालाना 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है, जिससे यह आंकड़ा 1,33,285 करोड़ तक पहुंच गया है। यह एक प्रासंगिक वृद्धि है जो बैंक की समृद्धि को साबित करती है। साल दर साल तिमाही आधार पर बैंक की कुल जमा राशि में 20.1 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो सुझाव देती है कि बैंक की व्यापक वित्तीय सेवाओं की मांग में वृद्धि हुई है। बैंक के सीएएसए जमा में भी 5.5 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो एक सकारात्मक चिन्ह है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण बैंक की वित्तीय सेवाओं में विश्वासनीयता और सुविधा है। बंधन बैंक की सीएएसए रेश्यो अब 31.7 फीसदी है, जो एक साल पहले की स्थिति की तुलना में कम है।
कोलकाता । इंजीनियरिंग और विनिर्माण कंपनी निफा ग्रुप ने अपनी 65वीं वर्षगांठ पर एक निवेश रणनीति पेश की। इसमें अगले दो वर्षों में भारत में परिचालन के लिए 180 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। विस्तार योजनाओं के तहत कंपनी ने एक अमेरिकी कंपनी का अधिग्रहण करने की अपनी योजना की घोषणा की, जिससे उसके सबसे बड़े बाजार में निकटवर्ती उपस्थिति मजबूत होगी तथा ‘चीन प्लस वन’ रणनीति का लाभ उठाया जा सकेगा। निफा ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि हम इस क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं। पश्चिम बंगाल में दानकुनी और चंदननगर में दो नई परियोजनाएं तथा फाल्टा में एक विस्तार परियोजना संभावित रोजगार अवसर पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हमारे 2,000 से अधिक कर्मचारी और सात परिचालन इकाइयां हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी अधिग्रहण के लिए बातचीत चल रही है। कंपनी भारत से 30 से अधिक देशों को उत्पाद निर्यात करती है।
सोल । कोरिया की क्यूंगपूक यूनिवर्सिटी ने दुनिया का पहला सेल्फ चार्जिंग वाला मोबाइल विकसित किया है। यह मोबाइल सौर ऊर्जा संग्रहित कर अपने आपको लगातार चार्ज करता है। यूनिवर्सिटी ने सौर सेल और सुपर कैपेसिटर तकनीकी के आधार पर मोबाइल तैयार किया है।इसके लिए विश्वविद्यालय के अनुसंधान करताओं ने निकेल और विभिन्न धातु का उपयोग करते हुए विकसित किया है।प्रथम चरण में इसकी गुणवत्ता 63 फ़ीसदी पाई गई है। जल्द ही मोबाइल पर इस तकनीकी का उपयोग करते हुए, मोबाइल अब सेल्फ चार्ज होंगे।
मुंबई । एअर इंडिया की कुछ घरेलू फ्लाइट्स में अब वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। फिलहाल ये सर्विस एयरबस, बोइंग 787-9 और कुछ ए321 निओ विमानों में ही मिलेगी। एअर इंडिया घरेलू फ्लाइट्स में वाई-फाई इंटरनेट सर्विस देने वाली देश की पहली एयरलाइन बन गई है।
इंट्रोडक्टरी पीरियड के लिए वाई-फाई फ्री है और समय के साथ धीरे-धीरे इसे बेड़े के अन्य विमानों में शामिल किया जाएगा। इन-फ्लाइट वाई-फाई 10,000 फीट से ऊपर होने पर एक साथ कई डिवाइस कनेक्ट करने की अनुमति देगा। ये सर्विस सैटेलाइट कनेक्टिविटी और गवर्नमेंट रेस्ट्रिक्शन्स जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करेगी।
अभी तक वाई-फाई सर्विस एयरबस ए350, चुनिंदा एयरबस ए321 नियो और बोइंग बी787-9 विमानों में पायलट प्रोग्राम के तहत इंटरनेशनल रूट पर मिलती थी। सक्सेसफुल पायलट रन के बाद अब सर्विस को घरेलू रूट पर शुरू किया जा रहा है।
मुंबई । रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने महाराष्ट्र के नवी मुंबई में स्थित 5,286 एकड़ भूमि के एक बड़े औद्योगिक पैमाने को 2,200 करोड़ रुपये में खरीदा है। यह जमीन नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक प्रोजेक्ट और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) जैसी प्रमुख परियोजनाओं के पास मौजूद है। इस भूमि की बिक्री जय कॉर्प लिमिटेड द्वारा की गई, इसमें अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी द्रोणागिरी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड (पहले नवी मुंबई एसईजेड) में अपनी 74 प्रतिशत हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को बेची है।
रिलायंस ने 13 दिसंबर 2024 को बताया था कि उसने नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड के 57.12 करोड़ इक्विटी शेयरों को 28.50 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर खरीदा है, इससे इस परियोजना की कुल मूल्यांकन 2,200 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह जमीन नवी मुंबई के द्रोणागिरी और कलंबोल क्षेत्रों के स्पेशल प्लानिंग अथॉरिटी के तहत आती है। इस परियोजना के माध्यम से रिलायंस ने न केवल अपनी औद्योगिक निवेश योजनाओं को और मजबूती दी है, बल्कि इस रणनीतिक स्थान पर भूमि अधिग्रहण करके खुद को भविष्य में कई प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर विकास परियोजनाओं से जोड़ लिया है।
नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड के पास करीब 2,140 हेक्टेयर (करीब 5,286 एकड़) भूमि है, और यह परियोजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित की जा रही है। इसके विकास के बाद इस क्षेत्र में अत्यधिक आर्थिक गतिविधियों की संभावना है, खासकर जब नवी मुंबई एयरपोर्ट और ट्रांस हार्बर लिंक जैसी परियोजनाएं पूरी होंगी। इन प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के पास स्थित इस भूमि का उपयोग औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए होगा, जिससे इस क्षेत्र की समृद्धि में वृद्धि होगी।
इस निवेश से रिलायंस ने अपनी औद्योगिक गतिविधियों में और मजबूती लाई है और यह परियोजना न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए एक महत्वपूर्ण विकास का कदम साबित होगी। अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड और इसके साझेदारों के लिए यह सौदा एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुआ है, जिससे रिलायंस ने एक मजबूत और रणनीतिक निवेश किया है। इस निवेश के द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज भविष्य में इस क्षेत्र में प्रमुख औद्योगिक विकास की दिशा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगा।
अहमदाबाद । अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि हमारी असली चुनौती अपनी पूंजी को प्रभावी ढंग से तैनात करने की है और हमें उन दो टी को प्राथमिकता देनी चाहिए जो आज की दुनिया में सबसे बड़े डिफ्रेंशिएटर को तौर पर काम रहे हैं, वे हैं टेक्नोलॉजी और टैलेंट। अपने नववर्ष संदेश में अदाणी ने कहा कि हमारा ध्यान अपने लोगों की असीम क्षमता को अनलॉक करने पर है। अदाणी ने कहा, सबसे पहले मैं टेक्नोलॉजी के बारे में बात करूंगा। आज के तेजी से विकसित हो रहे परिदृश्य में हर कंपनी को एक तकनीकी कंपनी के रूप में सोचना और कार्य करना चाहिए या महत्वहीन होने का जोखिम उठाना चाहिए। प्रभावी ढंग से स्केलिंग के लिए केवल सॉफ्टवेयर टूल लागू करने से कहीं अधिक की आवश्यकता होती है। इसके लिए हमारे संगठन के मूल ढांचे में टेक्नोलॉजी फर्स्ट की मानसिकता को शामिल करना आवश्यक है।
अदाणी समूह के प्रमुख ने कहा, यह वैकल्पिक नहीं है, बल्कि आवश्यक है और इसकी शुरुआत हमारे शीर्ष 100 लीडर्स द्वारा माहौल तय करने से होती है। हमसे हर एक को टेक्नोलॉजी रूप से कुशल होने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए और यह किसी विशेष कार्य को पूरा करने के लिए नहीं, बल्कि सोचने के तरीके के रूप में भी है। आवश्यक होने की दौड़ में तकनीक ही रेसट्रैक है और नेतृत्व वह कदम है, जो सुनिश्चित करता है कि हम पहले स्थान पर रहें।
कर्मचारियों को अपने संदेश में अदाणी ने कहा, एआई-संचालित दुनिया में भविष्य इस बारे में है कि हम कैसे काम करते हैं और अपने लक्ष्यों को कैसे पाते हैं। मैं आप सभी को चुनौती देता हूं कि आप इनोवेशन करने और उत्कृष्टता के नए स्टैंडर्ड स्थापित करने के लिए तकनीक को एक लीवर के रूप में अपनाएं। आपका करियर विकास और हमारी सामूहिक सफलता इस पर निर्भर करती है। टैलेंट के बारे में गौतम अदाणी ने कहा कि यह हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौती है और यह हमारी दीर्घकालिक सफलताओं निर्धारित करेगी। “टैलेंट केवल रिज्यूमे या क्रेडेंशियल्स नहीं है, बल्कि यह एडेप्ट, इनोवेशन और लीडरशीप है। अदाणी समूह के चेयरमैन ने कहा, “हमारा लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति की पूरी क्षमता को अनलॉक करना है। हम जो सबसे बड़ा निवेश कर सकते हैं, वह केवल सिस्टम या रणनीतियों में नहीं है, बल्कि हमारे लोगों की असीम क्षमता को अनलॉक करने में है, जो नेतृत्व करने और इनोवेशन करने का साहस करते हैं।”
नई दिल्ली वित्तीय कंपनी क्रेडिला फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग के माध्यम से अपनी प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लिए बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज दाखिल कर दिए हैं। यह घटनाक्रम पिछले वित्त वर्ष (2023-24) के दौरान कंपनी के स्वामित्व में एक महत्वपूर्ण बदलाव के बाद हुआ है। क्रेडिला ने एक सार्वजनिक घोषणा में सेबी और स्टॉक एक्सचेंज के साथ प्री-ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिए हैं। ईक्यूटी और क्रिसकैपिटल के एक निजी इक्विटी कंसोर्टियम ने क्रेडिला में 90.01 प्रतिशत हिस्सेदारी 9,060 करोड़ रुपये में खरीदी, जिसमें 2,003.61 करोड़ रुपये की नई इक्विटी शामिल है। कंसोर्टियम ने क्रेडिला का प्री-मनी मूल्यांकन 10,350 करोड़ रुपये किया है। पिछले वित्त वर्ष के अंत तक ईक्यूटी के पास 72.01 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, क्रिसकैपिटल के पास 18 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और एचडीएफसी बैंक के पास 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।